जयपुर। कोरोनावायरस को लेकर सरकार गंभीर है। प्रदेश में कोरोनावायरस के मामले सामने आने के बाद सरकार ने प्रदेशभर में धारा 144 लगा दी तथा सभी परीक्षाएं रद्द कर दीं। इसके अलावा कई बड़े मंदिरों में भी भक्तों के जाने पर रोक लगा दी है।
प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात व तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को सभी प्रशासनिक अधिकारी, सीएमएचओ व पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।
वीसी में सीएम के साथ चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के अलावा सभी विभागों के प्रमुख शासन सचिव मौजूद रहे। वीसी में सीएम ने सभी संबंधित अधिकारियों को कोरोनावायरस से बचाव को लेकर किए गए सभी फैसलों व आदेशों के पालन के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस से होने वाले नुकसान की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारी छोटी सी लापरवाही भयावह स्थिति पैदा कर सकती है। ऎसे में सभी सरकारी नुमाइंदों, जनप्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं सहित सभी प्रदेशवासियों की जिम्मेदारी है कि वे कोरोना को हराने के लिए पूरी सजगता एवं सतर्कता के साथ इस चुनौती का सामना करें।
गहलोत ने झुंझुनूं एवं भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव के मामलों को लेकर जिला कलेक्टरों से विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि वहां इन रोगियों के सम्पक्र में आए हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाए। होम आईसोलेशन, धारा 144 तथा संबंधित क्षेत्रों में कर्फ्यू की कड़ाई से पालना करवाई जाए। इस रोग को फैलने से रोककर आमजन का जीवन बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
हर जेल में हो आईसोलेशन सेल
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कैदियों में कोरोना का संक्रमण नहीं फैले, इसे देखते हुए हर जेल में एक आईसोलेशन सेल बनाई जाए। साथ ही हर नए कैदी को जेल ले जाने से पहले स्क्रीनिंग की जाए। उन्होंने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि आगामी एक माह में आयोजित होने वाले मेलों, शोभायात्राओं, जुलूसों सहित अन्य आयोजनों जिनमें भीड़ एकत्रित होती हो, उन्हें स्थगित करवाया जाए। साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि बाहर से आने वाले लोगों को रोका जा सके।
पर्यटकों की ज्यादा आवाजाही वाले जिलों में विशेष सतक्रता बरतें
गहलोत ने कहा कि जयपुर, उदयपुर, जोधपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, बूंदी, भरतपुर, चितौड़, बीकानेर सहित ऎसे जिलों जहां पर्यटकों की आवाजाही ज्यादा रहती है, वहां जिला प्रशासन विशेष सतक्रता बरतें। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों पर भी निगरानी रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर कोरोना से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं जागरूकता के लिए नियंत्रण कक्ष सुचारू रूप से संचालित हों।
कालाबाजारी करने वालों पर हो कानूनी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट के इस दौर में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों एवं आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। जहां कहीं भी कालाबाजारी की शिकायत मिलती है, वहां संबंधित विक्रेता पर कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ाई के साथ-साथ गवर्नेंस से संबंधित नियमित कार्य भी सुचारू रूप से जारी रहें ताकि विकास कार्यों में कोई बाधा नहीं आए।
सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं को रोकें
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि दो सप्ताह इस वायरस के संक्रमण की दृष्टि से बेहद गंभीर हैं। इस समय में सरकारी की एडवाइजरी का सख्ती से पालना करवाया जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाएं फैलाने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की जाए ताकि लोग अफवाहों से बचे रहें। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि बाहर से आने वाले घरेलू यात्रियों पर भी जिला प्रशासन पूरी नजर रखे।
हर जिले में 500 व्यक्तियों के क्वारेंटाइन की व्यवस्था हो
मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि जिला कलेक्टर कोरोना रोग के नियंत्रण के लिए नोडल अधिकारी हैं, वे चिकित्सा विभाग के साथ प्रतिदिन समस्त विभागों की बैठक लेकर समीक्षा करें। हर जिले में 500 व्यक्तियों के क्वारेंटाइन के लिए व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। निजी चिकित्सालयों को पाबंद किया जाए कि वे किसी मरीज के इलाज के लिए मना नहीं करें। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह श्री राजीव स्वरूप ने कहा कि प्रदेशभर में लागू धारा 144 की पूरी तरह पालना हो। होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों पर एक्टिव सर्विलांस रहे। अगर ऎसा कोई व्यक्ति घर से बाहर निकलता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई करें।
संदिग्ध मरीजों की अभद्रता बर्दाश्त नहीं करेंगे: रघु शर्मा
वीसी के बाद मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि बैठक में जिला अधिकारियों से कोरानावायरस को लेकर अपडेट लिया गया। साथ ही जिला स्तर पर इंतजामों जैसे अस्पतालों में कितने आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं आदि इंतजामों के बारे में पूछा गया। इसमें सोशल एक्टिविस्ट का सहयोग भी लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह सारी कवायद आमजन को कोरानावायरस से बचाव के लिए की जा रही है। फिर भी कुछ लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं, सरकारी की अपील को नहीं मानते हैं तो उनके साथ सख्ती बरती जाएगी। शर्मा ने कहा कि डाक्टर्स ने कुछ लोगों को आइसोलेशन में रखने के बारे में तय किया था लेकिन संदिग्ध मरीज चिकित्सकों के साथ अभद्रता पर उतर आए। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इटली के मरीज की शुक्रवार को हुई मौत के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि जिस इटली के नागरिक की मौत हुई है उसे पॉजिटिव से नेगेटिव में ले आया गया था। वे एक्यूट स्मोकर थे और उनके फेफड़े खराब थे। इटली के दूतावास ने कहा कि हम इनकी दूसरी बीमारियों का इलाज कराने के लिए इन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना चाहते हैं। इस पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती किया गया। उनकी डेथ हार्ट अटैक से हुई है।